काम आये किसी के है वो ज़िन्दगी
दे जो दो पल ख़ुशी के है वो ज़िन्दगी
है न वो ज़िन्दगी जो करे फांसले
जो मिटाए है दूरी है वो ज़िन्दगी
देके दुःख जो हंसे ऐसा जीना ही क्या
ले जो गैरो के ग़म को है वो ज़िन्दगी
बांटे है जो दिलों को वो किस काम के
जो मिलाये दिलों को है वो ज़िन्दगी
जो जिए है अकेले क्या है वो जिए
जो सिखाये है जीना है वो ज़िन्दगी
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